"एकलव्य"

"एकलव्य की प्यारी रचनायें" एक ह्रदयस्पर्शी हिंदी कविताओं एवं विचारों का संग्रह

गुरुवार, 30 जनवरी 2020

ई ससुर, मुद्दा क्या है?

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ई ससुर, मुद्दा क्या है? मुद्दा ये नहीं, कि मुद्दा क्या है! मुद्दों पर चलने वाला, अपना ही कारवां है।  बनते हैं मुद्...
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शुक्रवार, 24 जनवरी 2020

बाट ( बाट जोहती ग्रामीण स्त्रियाँ )

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   बाट  ( बाट जोहती ग्रामीण स्त्रियाँ ) "एक 'दर्पण' के टूटे हुए अनेक टुकड़े, जिनको मैं जितने भी शब्द दूँ, संभवतः पर्याप्त ...
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सोमवार, 30 दिसंबर 2019

वैश्या कहीं की ! ( लघुकथा )

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                                           वैश्या कहीं की !   ( लघुकथा ) "अरि ओ पहुनिया!" ""करम जली कह...
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बुधवार, 25 दिसंबर 2019

''अर्जुन सागर' नवोदय सम्मान"

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  ''अर्जुन सागर' नवोदय सम्मान"  नवोदय साहित्यिक एंव सांस्कृतिक मंच, साउथ सिटी, लखनऊ ने आज 22-12-2019 को, गुलमोहर...
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मंगलवार, 17 दिसंबर 2019

नारी सशक्तिकरण! ( लघुकथा )

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नारी सशक्तिकरण! ( लघुकथा ) "रामकली! "अरी ओ रामकली!" "पकौड़े ला रही है या बना रही है!" "ये निठल्ली...
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शुक्रवार, 13 दिसंबर 2019

वे कह गये थे अक़्स से... ( 'नवगीत' )

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वे कह गये थे अक़्स से... (  'नवगीत' )   वे कह गये थे अक़्स से  परदे हटाना तुम! मैं जा रहा हूँ, वक़्त से नज़रे मिलाना त...
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गुरुवार, 12 दिसंबर 2019

एन.आर.सी है कि बवाल ! (लघुकथा)

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 एन.आर.सी है कि बवाल ! (लघुकथा)  रामखेलावन, पैर पटकता हुआ अपने फूस की मड़ई में प्रवेश करता है और पागलों की तरह घर के कोने में पड़े जंग...
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"सरल संदेशों में लिपटा हूँ,मैं अनजाना राही,चंद शब्द में,बात मैं कहता ,कालजयी कलम का सिपाही"

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