''अर्जुन सागर' नवोदय सम्मान"
नवोदय साहित्यिक एंव सांस्कृतिक मंच, साउथ सिटी, लखनऊ ने आज 22-12-2019 को, गुलमोहर ग्रीन स्कूल, ओमैक्स सिटी, शहीद पद, रायबरेली, लखनऊ के आडीटोरियम में, आचार्य ओम नीरव की अध्यक्षता में *नवोदित* कवियों को "राम कुमार सरोज 'अर्जुन सागर' सम्मान" से कु आयुषी पाल,ध्रुव सिंह 'एकलव्य', प्रान्जुल अष्ठाना, संजीत सिंह 'यश', कु सौम्य मिश्र 'अनुश्री', अरुण कुमार वशिष्ठ, सुरेश कुमार राजवंशी, संदीप अनुरागी, श्रीमती पायल भारती, अम्बरीष मिश्र, संजय समर्थ एवंम कु श्वेता को सम्मानित किया गया। आज के समारोह के मुख्य अतिथि सरवर लखनवी, नवोदय उपाध्यक्ष कृपा शंकर श्रीवास्तव विशिष्ठ अतिथि ओम प्रकाश 'नदीम' एंव मन मोहन भाटिया'दर्द'। मंच संचालन श्री शिव मंगल सिंह 'मंगल' द्वारा किया गया। सरस्वती वंदना ....द्वारा, धन्यवाद प्रस्ताव महेश अष्ठाना 'प्रकाश' द्वारा।
सम्माननित नवोदित कु आयुषी पाल,ध्रुव सिंह 'एकलव्य', प्रान्जुल अष्ठाना, संजीत सिंह 'यश', कु सौम्य मिश्र 'अनुश्री', अरुण कुमार वशिष्ठ, सुरेश कुमार राजवंशी, संदीप अनुरागी, श्रीमती पायल भारती, अम्बरीष मिश्र, संजय समर्थ एवंम कु श्वेता,व अन्य वरिष्ठ कवि ओम नीरव, कृपा शंकर श्रीवास्तव'विश्वास, 'सरवर लखनवी, ओम प्रकाश नदीम, शिव मंगल सिंह'मंगल', प्रेम शंकर शास्त्री 'बेताब', सच्चिदानंद शास्त्री, मन मोहन भाटिया 'दर्द', डा. करुणा लता सिंह, विभा प्रकाश, महेश अष्ठाना'प्रकाश', बेअदब लखनवी, पूर्णिमा बर्मन,.श्री कांत तैलंग, निशा सिंह, सुभाष चन्दर् रसिया, सम्पत्ति कुमार मिश्र 'वैसवारी' व आदित्य सरन द्वारा विशेष कविता-पाठ किया गया। कार्यक्रम का छायांकन एंव वीडियोग्राफी आदित्य सरन द्वारा की गई।
काव्यपाठ के उपरांत संस्था के महासचिव महेश अष्ठाना 'प्रकाश' ने सभी का आभार व्यक्त किया।
''अर्जुन सागर' नवोदय सम्मान"
बहुत बहुत बधाई प्रिय ध्रुव। छोटी उम्र में एक प्रखर रचनाकार के रूप में आपका सम्मान और उपलब्धियां , साहित्य में आपके उज्ज्वल भविष्य का संकेत दे रही हैं। सामाजिक सरोकारों और लोकहित में आपका लेखन एक संवेदनशील और मानवीय भावनाओं से भरे सहृदयी कवि की पहचान है। यूँ ही यशस्वी बनों और समाज की अनकही पीड़ा को स्वर देते रहो, मेरी यही दुआ और कामना है।
जवाब देंहटाएंबधाई और शुभकामनाएं!!!
जवाब देंहटाएंनमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में गुरुवार 26 दिसंबर 2019 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
1623...फ़ज़ाओं में दहशत की बू हो और आप प्यार की बातें करेंगे?
बहुत-बहुत बधाई एवं ढेरों शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंआपको मिल रहे सम्मान और पुरस्कार आपकी हिंदी साहित्य की समृद्धि में दिये जा रहे योगदान के मद्देनज़र बहुत महत्त्वपूर्ण हैं. बहुत ख़ुशी हुई इस उपलब्धि के साथ देखकर. क़लम को और पैनी धार मिले यही मंगलकामना.
जी नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (27-12-2019) को "शब्दों का मोल" (चर्चा अंक-3562) पर भी होगी।
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
आप भी सादर आमंत्रित है
….
-अनीता लागुरी 'अनु '